144 वार्ड वाले कोलकाता नगर निगम (केएमसी) में तृणमूल कांग्रेस की प्रचंड जीत के बाद यहां बोर्ड गठन की प्रक्रिया शुरू हो गई है। यहां मेयर कौन होगा इस बारे में आज यानी गुरुवार को अंतिम निर्णय होगा। 21 दिसंबर को चुनाव परिणाम आए थे उसी दिन मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने असम रवाना होने से पहले ही घोषणा कर दी थी कि गुरुवार को पार्टी के शीर्ष नेतृत्व की बैठक होगी जिसमें बोर्ड गठन करने की तारीख से लेकर मेयर पद के उम्मीदवार तक के बारे में अंतिम निर्णय ले लिया जाएगा। पार्टी के सूत्रों ने बताया है कि निवर्तमान मेयर फिरहाद हकीम ही इस दौड़ में सबसे आगे हैं।
हालांकि मेयर कौन होगा इस बारे में मुख्यमंत्री ने कोई संकेत नहीं दिए हैं। बहरहाल तृणमूल कांग्रेस के सूत्रों ने बताया है कि एक बार फिर पार्टी मेयर पद के लिए फिरहाद हकीम पर भरोसा जता सकती है। मुख्यमंत्री बनर्जी के बेहद करीबी अल्पसंख्यक नेता फिरहाद राज्य कैबिनेट में परिवहन मंत्री हैं। 2018 में तत्कालीन मेयर शोभन चटर्जी के इस्तीफे के बाद ममता बनर्जी ने तत्कालीन शहरी विकास मंत्री रहे फिरहाद को मेयर बना दिया था। उन्हें इस पद पर बनाए रखने के लिए नगर निगम कानून में बदलाव किया गया था और और नियम बनाया था कि कोई भी व्यक्ति कोलकाता का मेयर बन सकता है। बशर्ते उसे छह महीने के भीतर किसी न किसी वार्ड से पार्षद के तौर पर जीत दर्ज करनी होगी। उसके पहले तक यह नियम था कि केवल पार्षद ही मेयर बनाए जाते थे।
इस बार भी तृणमूल कांग्रेस ने 82 नंबर वार्ड से फिरहाद हकीम को टिकट दिया था और वह जीत चुके हैं। इतना ही नहीं पोर्ट विधानसभा इलाके जहां से वह विधायक हैं, वहां के सभी सात वार्डों में तृणमूल कांग्रेस जीती है जिनके लिए खुद हकीम ने हीं प्रचार किया था। उन्होंने अपनी जीत और अन्य पार्षदों की जीत पर कहा है कि यह जीत मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की जीत है। लोगों ने ममता बनर्जी के कार्यों पर भरोसा जताया है। यह लोगों के विश्वास की जीत है। तृणमूल कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने नाम उजागर नहीं करने की शर्त पर बताया कि वैसे तो अभी मेयर का चेहरा तय नहीं हुआ है लेकिन पार्टी का शीर्ष नेतृत्व फिरहाद हकीम के नाम पर पूरी तरह से सहमत है। मुख्यमंत्री भी उन पर भरोसा जताती रही हैं इसलिए उन्हीं का मेयर बनना तय है।